बड़ी ख़बर : मध्य प्रदेश में शुरू हुए स्मार्ट बिजली मीटर, गरीब लोगों को हो रहा है बड़ा नुकसान
मध्य प्रदेश में स्मार्ट विद्युत मीटर का उपयोग शुरू हो रहा है जिससे बिजली कटौती का काम तेजी से हो रहा है। इन स्मार्ट मित्रों की विशेषता है कि यह बहुत ही कम समय में बिजली की आपूर्ति को नियंत्रित कर सकते हैं। और जैसे ही उपभोक्ता का बकाया बिजली बिल या उन तकनीकी कारण होता है तो बिजली पलक झपकते ही कट जाती है। और इस स्मार्ट बिजली मीटर की पूरी विशेषताएं आपको बताने वाले हैं और इससे होने वाले लाभ और हानि भी बताएंगे।
आपको बता दें कि इन स्मार्ट मीटरो की यह स्मार्टनेस उपभोक्ताओं के लिए कई सारी सुविधाएं और चुनौतियां दोनों लेकर आई है, आप बिजली काटने की प्रक्रिया स्वचालित हो चुकी है जिस डेरी और मानवीय हस्तक्षेप की संभावना कम हो गई है। दोस्तों इन स्मार्ट मीटरो के जरिए बिजली वितरण कंपनियां अधिक प्रभावी तरीके से अपने नेटवर्क का प्रबंधन कर पा रही हैं।
मंदसौर में स्मार्ट मीटर ने शुरू की स्मार्टनेस
आपको बता दें की पिछले तीन महीनों में बिजली कंपनी द्वारा प्रत्येक घर में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, और कंपनी के द्वारा यह कार्य निरंतर जारी है। और अब इन स्मार्ट मीटरो ने अपनी कार्यक्षमता दिखाना शुरू कर दिया है। और अब पलक झमकते ही बिजली बंद हो जाती है। और साथ ही आपको बता दें कि यह स्मार्ट मीटर सीधे इंदौर के हेड ऑफिस से जुड़े होते हैं, और जिस भी उपभोक्ता का बकाया बिजली बिल अधिक हो जाता है और वह समय पर बिल जमा नहीं करता है तो उसकी बिजली सीधे इंदौर से काट दी जाती है।
दोस्तों मंदसौर के निवासियों के लिए यह अभी नया अनुभव है इसलिए जब किसी उपभोक्ता की बिजली कट जाती है तो वह सबसे पहले अपने पड़ोसियों से पूछता है कि उनकी बिजली आ रही है या नहीं। और जब उसे पता चलता है कि दूसरों की बिजली आ रही है और मेरी नहीं आई है तो वह सोचता है कि उसके घर में कोई तकनीकी समस्या हो गई है। और जब उपभोक्ता इलेक्ट्रीशियन को बुलाकर लाता है तो उसे जानकारी मिलती है कि उसकी बिजली स्मार्ट मीटर के कारण सीधे इंदौर से काट दी गई है।
मंदसौर में बिजली कंपनी ने लगाई हेल्प डेस्क
दोस्तों मंदसौर नगर के बिजली कंपनी के पियूष पंवार ने गुरुवार को बताया कि स्मार्ट मीटर में निर्धारित समय में यदि बिजली बिल जमा नहीं किया गया तो बिजली कट जाती है। और वह इसके लिए कुछ नहीं कर सकते। उन्होंने कहा है कि यह प्रक्रिया अभी-अभी के लिए नई है और जिन उपभोक्ताओं के साथ ऐसा हो रहा है बे वहां आते हैं इसलिए कंपनी ने एक स्पेशल हेल्प डेस्क स्थापित किया है।
दोस्तों और उपभोक्ता राशि जमा करते हैं तो तुरंत इंदौर के हेड ऑफिस से जानकारी भेज दी जाती है और वहां संबंधित लाइन को चालू कर दिया जाता है उपभोक्ताओं को अब बिजली बिल जमा करने के प्रति गंभीर होना होगा, ताकि उन्हें किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
राशि जमा होने पर ही शुरू होगी बिजली की सप्लाई
दोस्तों पहले जब बिजली के बिल बकाया रहते थे, तो लाइनमैन जब बिजली काटने जाता था तो लोग डरा धमकाकर उसे भगा देते थे, या फिर अधिकारियों से बात करवा देते थे, लेकिन अब ऐसी स्थिति होने पर कोई कुछ नहीं कर सकता है जब राशि जमा होगी तभी बिजली की सप्लाई फिर से शुरू की जाएगी।